
करवा चौथ 2025: कथा, पूजा विधि और महत्व
भारत में सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ एक अत्यंत पावन और भावनात्मक पर्व है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं।
📅 करवा चौथ 2025 की तिथि और मुहूर्त
तारीख: 10 अक्टूबर 2025 (Friday)
चतुर्थी तिथि आरंभ: सुबह 06:21 बजे (10 अक्टूबर 2025)
चतुर्थी तिथि समाप्त: शाम 07:37 बजे (10 अक्टूबर 2025)
चांद सभी शहरों में रात 8 बजकर 13 मिनट के बाद दिखाई देगा
चंद्रोदय (चाँद निकलने का समय): रात लगभग 08:42 बजे
🌸 करवा चौथ व्रत की कथा (Karwa Chauth Katha in Hindi)
बहुत समय पहले की बात है, एक साहसी और प्रेममयी रानी वीरवती नाम की महिला थी। वह सात भाइयों की अकेली बहन थी और अपने मायके में अत्यधिक लाड़-प्यार से पली-बढ़ी थी।
विवाह के बाद जब पहला करवा चौथ आया, तो उसने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा। पूरा दिन भूखी-प्यासी रही, लेकिन शाम को चाँद निकलने से पहले ही बेहोश हो गई।
अपनी बहन की हालत देखकर भाइयों को दया आ गई। उन्होंने एक छल किया — एक पेड़ के पीछे छलनी में दीपक जलाकर कहा, “बहन! चाँद निकल आया है, अब व्रत खोल लो।”
वीरवती ने भाइयों की बात मान ली और व्रत खोल लिया। परंतु जैसे ही उसने भोजन किया, उसके पति की मृत्यु का समाचार मिला।
वह रोती-पीटती अपने पति के पास पहुँची। उसके सच्चे प्रेम और श्रद्धा से देवी पार्वती प्रकट हुईं और बोलीं —
“हे वीरवती! तुम्हारे व्रत में हुई गलती के कारण यह संकट आया है। अब तुम एक साल तक करवा चौथ का नियमपूर्वक व्रत रखो, तुम्हारा पति पुनः जीवित हो जाएगा।”
वीरवती ने अगला करवा चौथ पूरे विधि-विधान से किया, और भगवान की कृपा से उसका पति फिर जीवित हो उठा। तब से यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा बड़ी श्रद्धा से किया जाता है।
🌼 करवा चौथ पूजा विधि (Karwa Chauth Puja Vidhi in Hindi)
सवेरे स्नान करके भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा करें।
श्रृंगार की थाली तैयार करें जिसमें मेहंदी, सिंदूर, बिंदिया, चूड़ी, कंगन आदि रखें।
करवे (मिट्टी के बर्तन) में जल या दूध भरें और ढक्कन से ढक दें।
संध्या के समय सखियों और अन्य महिलाओं के साथ करवा चौथ कथा सुनें।
चाँद निकलने पर छलनी से चाँद को देखें और फिर पति को देखें।
पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ें।
💖 करवा चौथ का महत्व (Significance of Karwa Chauth)
यह व्रत पति-पत्नी के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है।
महिलाएं इस दिन पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं।
यह व्रत पारिवारिक एकता, प्रेम और निष्ठा को मजबूत करता है।
🙏 करवा चौथ पर क्या खरीदना शुभ माना जाता है
सोना या चाँदी के आभूषण
करवा (मिट्टी का पात्र)
साड़ी या लाल रंग के वस्त्र
मेहंदी और श्रृंगार सामग्री
करवा चौथ 2025 से जुड़े FAQs
Q1. करवा चौथ 2025 में कब है?
👉 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार को करवा चौथ मनाया जाएगा।
Q2. करवा चौथ का व्रत कौन रख सकता है?
👉 विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती हैं। कुछ अविवाहित लड़कियां भी मनचाहा वर पाने के लिए रखती हैं।
Q3. करवा चौथ पर क्या खाना चाहिए?
👉 सरगी में फल, मिठाई, सूखे मेवे और हल्का भोजन लेना शुभ माना जाता है।
Q4. करवा चौथ व्रत खोलने का सही समय क्या है?
👉 जब चाँद निकल आए और पति के दर्शन के बाद पानी पिएं, तभी व्रत तोड़ें।
Q5. करवा चौथ की पूजा में कौन से देवी-देवता की पूजा होती है?
👉 माता पार्वती, भगवान शिव, और गणेश जी की पूजा की जाती है।
🕯️ निष्कर्ष (Conclusion)
करवा चौथ केवल एक व्रत नहीं, बल्कि प्रेम, त्याग और विश्वास की एक पवित्र परंपरा है। इस दिन का हर पल पति-पत्नी के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है।