
धनतेरस 2025 की तारीख और मुहूर्त (Dhanteras 2025 Date and Muhurat)
धनतेरस (Dhantrayodashi) वर्ष 2025 मेंशनिवार, 18 अक्टूबर 2025 कोके अवसर परमनाया जाएगा।
यहत्योहार दीपावली के पाँच दिवसीयउत्सव की शुरुआतका प्रतीक है।
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat 2025):
धनतेरस पूजा मुहूर्त: शाम 06:56 बजे से रात 08:38 बजे तक
Trayodashi Tithi Begins: 17 अक्टूबर 2025, दोपहर 04:12 बजे
Trayodashi Tithi Ends: 18 अक्टूबर 2025, शाम 06:15 बजे
इसदिन भगवान धनवंतरि, मातालक्ष्मी, और कुबेर देवकी पूजा काविशेष महत्व होताहै।
धनतेरसका महत्व (Importance of Dhanteras)
धनतेरसका दिन समृद्धि, स्वास्थ्य औरखुशहाली का प्रतीक मानाजाता है।
हिंदूमान्यता के अनुसार, इसदिन समुद्र मंथनके समय भगवानधनवंतरि अमृत कलश लेकरप्रकट हुए थे।
इसीकारण इसे धनतेरसया धनत्रयोदशी कहाजाता है।
इसदिन नए बर्तन, सोना-चांदी, औरधन खरीदना शुभमाना जाता है।
ऐसामानना जाता हैकि धनतेरस परकी खरीदारी सालभर धनवान होनेकी लक्ष्मी कृपाबनी रहती है।
व्यापारियों औरसाधारण गृहस्थों केलिए यह पुण्यदिन नई शुरुआतऔर धनवान होनेका प्रतीक होताहै।
धनतेरसपूजा विधि (Dhanteras Puja Vidhi in Hindi)
घरकी साफ-सफाईकरें: घर कोलक्ष्मी जी के आगमनके लिए पूरीतरह साफ औरसुशोभित करें।
दीपप्रज्वलन करें: घर केमुख्य प्रवेश द्वारऔर तुलसी केपास दीपक जflater करें।
भगवानधनवंतरि, माता लक्ष्मी औरकुबेर देव जीकी पूजा करें:
कुबेरजी के सामनेचांदी के सिक्केरखें।
धनवंतरि भगवानकी आरती करेंऔर स्वास्थ्य कीकामना करें।
कुबेर मंत्र का जाप करें:
“ॐ यक्षायकुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतयेनमः”
लक्ष्मी पूजा करें:
मांलक्ष्मी को कमल का फूल, मिठाई और दीप अर्पित करें।
उनकी आरती करें और घर के कोनों में दीपक रखें।
धनतेरसकी कथा (Dhanteras Katha in Hindi)
एकसमय की बातहै, राजा हेम के पुत्र की जन्म कुंडली में यह बताया गया था कि विवाह के चौथे दिन उसे साँप के डसने पर मृत्यु होगी।
विवाह का दिन आते ही, राजा के पुत्र की पत्नी ने घर के प्रवेश द्वार पर अधिकाँश दीपक जलाए,
सोने-चांदी के गहने और सिक्के रख दिए ताकि साँपकी आँखें चौंधिया जाएं।
आयो जार साँप के रूप में प्रकट होते हुए राजकुमार का जीवन लेने में असफल हो गए, न कि राजकुमार को मारने में,जब उनकी आँखें दीपों की चमक और सोने की धारणा से रौनकित हो गईं। रौनक से उन्हें अपना ध्यान भटकाया नहीं जा सका।
यहीं से धनतेरस पर दीप जलाने और पूजा करने का विधान उपजा — अखण्ड रौनकित को सोखने का आनंद।
धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ है (What to Buy on Dhanteras 2025)क्यों शुभ मानीजाती है
वस्तु महत्व
सोनाया चांदी केसिक्के लक्ष्मी जी की कृपा के प्रतीक
नएबर्तन घर में सुख-समृद्धि का संकेत
झाड़ू दरिद्रता दूर करने का प्रतीक
धनवंतरि भगवानकी मूर्ति स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए शुभ
लक्ष्मी-गणेशकी मूर्ति दिवाली पूजा में विशेष उपयोग
धनतेरस पर क्या न करें (What Not To Do on Dhanteras)
झाड़ू, कचरा या टूटी वस्तुएं घर से बाहर न निकालें।
काले या गहरे कपड़े पहनने से बचें।
उधार या कर्ज लेनेसे बचें।
शाम के समय किसी को पैसा उधार न दें।
धनतेरस से संबंधित मान्यताएँ (Popular Beliefs)
चिप चिपे महीने के दिन शाम को 13 दीपक जलाने से यमराज प्रसन्न होते हैं और अकाल मृत्यु का भयदूर होता है।
इसदिन किया गया दान-पुण्य कई गुना फलदायी मानाजाता है।
धनतेरस के लिए आनेवाले दिनों मेंलक्ष्मी जी का स्वागत करने की परंपरा है, जो दीपावली तक बद्ध कर्म चालूरहते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
धनतेरस 2025 एक फेस्टिवल नहीं है जितना कि इसे अक्सर समझा जाता है।यह सकारात्मक ऊर्जा, नई शुरुआत, और समृद्धि की प्रतीक है।
दिन भर श्रद्धा और नियम पूर्वक पूजा करने से लक्ष्मी जी का घरों में वास होता है और जीवन में शुभता आनेलगती है।
FAQ – Dhanteras 2025 ke Sawal aur Jawab
Q1. Dhanteras 2025 kab hai?
➡️ धनतेरस 2025 शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 कोमनाई जाएगी।
Q2. Dhanteras 2025 ka shubh muhurat kya hai?
➡️ शाम 06:56 बजे सेरात 08:38 बजे तक पूजाका शुभ मुहूर्त रहेगा।
Q3. Dhanteras par kya kharidna chahiye?
➡️ सोना, चांदी, बर्तन, झाड़ू, लक्ष्मी-गणेशकी मूर्ति शुभमानी जाती है।
Q4. Dhanteras kis devta ki puja hoti hai?
➡️ भगवान धनवंतरि, मातालक्ष्मी और कुबेर देवकी पूजा कीजाती है।
Q5. Dhanteras ki raat kitne diye jalane chahiye?
➡️ परंपरा केअनुसार, 13 दीपक जलानेचाहिए जिससे यमराजप्रसन्न होते हैं।